ए राधा ए लिली पीली साड़ी पेर,
दोहा – राधे तू बड भागनी,
कौन तपस्या किन,
तीन लोक तारन तिरंन,
सोहे तेरे आधीन।
ए राधा ए लिली पीली साड़ी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे,
तुई तुई दिखे रे रास मे,
तुई तुई दिखे रे,
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे।।
ए राधा ए बंशी बजावे श्याम,
कुंज मे रास रचावे रे,
ए राधा ए बंशी बजावे श्याम,
कुंज मे रास रचावे रे,
ए राधा ए आवे श्याम री याद,
जिवडो घणो दुख पावे रे,
ए राधा ए आवे श्याम री याद,
जिवडो घणो दुख पावे रे,
जिवडो घणो दुख पावे रे,
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे।।
ए राधा ए राता नी आवे नींद,
दिवस मोहे नी सुहावे रे,
ए राधा ए राता नी आवे नींद,
दिवस मोहे नी सुहावे रे,
ए राधा ए श्याम गया चितचोर,
नैन मारा जल भर आवे रे,
ए श्याम गया चितचोर,
नैन मारा जल भर आवे रे,
नैन मारा जल भर आवे रे,
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे।।
ए राधा ए श्याम बिना सूनो देश,
मोहन बिना कुछ न सुहावे रे,
ए राधा ए श्याम बिना सूनो देश,
मोहन बिना कुछ न सुहावे रे,
ए राधा ए मोहन वेगो मिलाय,
चन्द्रसखी यु जश गावे रे,
ए राधा ए मोहन वेगो मिलाय,
चन्द्रसखी यु जश गावे रे,
चन्द्रसखी यु जश गावे रे,
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे।।
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे,
तुई तुई दिखे रे रास मे,
तुई तुई दिखे रे,
ए राधा ए लिली पीली साडी पेर,
रास मे तुई तुई दिखे रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
9640557818