श्रृंगार तेरा बाबा,
कहो किसने सजाया है,
कैसा लगे कह दूँ तुझे,
जो मन में आया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
तर्ज – क्या खूब लगती हो।
पेंचा फूलों का सोहे, हाँ सोहे,
रोली चावल तिलक बने मन मोहे,
काजल को नैनों में,
क्या खूब लगाया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
हीरों से जड़ा तेरा बागा, हाँ बागा,
चमचम चमके दूर अंधेरा भागा,
हाथों की मेंहदी ने,
क्या रंग खिलाया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
मुस्कान तुम्हारी प्यारी, हाँ प्यारी,
मेरे दिल में है प्रेम जगाने वाली,
किस्मत से ये शुभ दिन,
भक्तों ने पाया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
मैं नर हूँ तुम नारायण, नारायण,
जब तक स्वाँसे करूँ तेरा गुणगायन,
‘नन्दू’ मेरा दिल तुझ पर,
साँवरिया आया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
श्रृंगार तेरा बाबा,
कहो किसने सजाया है,
कैसा लगे कह दूँ तुझे,
जो मन में आया है,
आज तेरे भक्तों ने तुझे,
बनड़ा सा बनाया है,
श्रृंगार तेंरा बाबा,
कहो किसने सजाया है।।
Singer – Monu Singhal