अब मुझे मिल गया दर तेरा साँवरे,
हर खुशी मिल गई है मुझे,
बंदगी मिल गई है मुझे।।
तर्ज – जो मेरी रूह को।
हर घड़ी बस मुझे प्यार तेरा मिले ,
तेरी किरपा से मेरा गुजारा चले,
रखना हर दम प्रभु पास अपने मुझे,
हर खुशी मिल गई है मुझे,
बंदगी मिल गई है मुझे।।
तेरे चरणों की सेवा है जबसे मिली,
मेरे अंधियारे जीवन में कलियाँ खिली,
साथ अपना रहे कुछ रहे ना रहे,
हर खुशी मिल गई है मुझे,
बंदगी मिल गई है मुझे।।
मैं दीवाना तेरा नाम तेरा रटूँ,
‘शर्मा’ चौखट से तेरी कभी ना हटुँ,
तेरा दर्शन मिला तेरी भक्ति मिली,
हर खुशी मिल गई है मुझे,
बंदगी मिल गई है मुझे।।
अब मुझे मिल गया दर तेरा साँवरे,
हर खुशी मिल गई है मुझे,
बंदगी मिल गई है मुझे।।
https://youtu.be/817R9TGjw3E