इक पल तेरे दर्शन खातिर,
मैं खाटू आऊं,
रींगस से निशान लिए मैं,
भजन तेरे गाऊं,
गाते गाते भजन तुम्हारे,
गाते गाते भजन तुम्हारे,
तोरण द्वार पे आया,
तोरण द्वार को छूते ही,
विश्वास मुझे ये आया,
तू मुझको बुलाएगा,
तू गले से लगाएगा।।
तर्ज – उड़ जा काले कावा।
बाबा तुझसे मिलने को ये,
दिल तरसता है,
बाहर खुश रहता है अंदर,
दिल ये रोता है,
याद करूँ तुझे सच्चे मन से,
याद करूँ तुझे सच्चे मन से,
फिर तू क्यों ना आता,
खाटू की यादों में खोकर,
खुद को मैं समझाता,
तू मुझको बुलाएगा,
तू गले से लगाएगा।।
रोते हैं दिल ही दिल में,
तुझे याद करते हैं
बाबा कैसे बताऊँ कितना,
प्यार करते हैं,
चेहरे को मेरे पढ़ ले बाबा,
चेहरे को मेरे पढ़ ले बाबा,
तुझको सब दिखता है,
चेहरे में भी बाबा ये,
विश्वास झलकता है,
तू मुझको बुलाएगा,
तू गले से लगाएगा।।
जय श्री श्याम कहते ही मेरे,
सब हैं काम बने,
श्याम नाम के इस मन्त्र से,
संकट सारे कटे,
जीवन के हर पथ पे बाबा,
जीवन के हर पथ पे बाबा,
तेरा नाम ही लूँगा,
‘श्याम शुभम’ के भजनो से भी,
तुझको यही कहूंगा,
तू मुझको बुलाएगा,
तू गले से लगाएगा।।
इक पल तेरे दर्शन खातिर,
मैं खाटू आऊं,
रींगस से निशान लिए मैं,
भजन तेरे गाऊं,
गाते गाते भजन तुम्हारे,
गाते गाते भजन तुम्हारे,
तोरण द्वार पे आया,
तोरण द्वार को छूते ही,
विश्वास मुझे ये आया,
तू मुझको बुलाएगा,
तू गले से लगाएगा।।
ये जो हल्का हल्का सुरूर है,
सब तेरी नज़र का कसूर है,
मुझे तेरा दीवाना बना दिया,
मुझे तेरा दीवाना बना दिया।।
Singer – Shyam Shubham