साचम साच बता दे री मां,
कद सी आवेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
घर का सारा काम छोड़ के,
तेरी शरण में आए,
सोए भाग पड़े से म्हारे,
क्यो ना आण जगाए,
तेरे भगत पे भीड़ पड़ी,
कद मेर फिरावेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
निर्धन सा परिवार मेरा सै,
ना लाणे न भोग,
श्रद्धा के दो फूल चढ़ादू,
काट दिए सब रोग,
शेरावाली जगदम्बे,
कद कष्ट मिटावेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
दुखिया के दुख दूर करो न,
एक आसरा थारा,
बीच भंवर में डोले नैया,
लादे पार किनारा,
तेरे भगत की नैया न,
कद पार लगावेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
बुढ़ाखेड़ा आले के सिर,
सदा राखिए हाथ री मां,
तेरे चरणों ते दूर हटू ना,
सदा राखिए साथ री मां,
नरेश कुमार जांगड़ा ने,
कद फेटण आवेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
साचम साच बता दे री मां,
कद सी आवेगी,
हो मैया री,
कद दर्श दिखावेगी।।
गायक / प्रेषक – नरेश जांगड़ा।
9896847800