जहाँ दर्दे दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है,
अरे कौन मिटाता दर्द,
क्या उसका नाम है,
बाबा श्याम है वो,
बाबा श्याम है,
जहाँ दर्दें दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है।।
तर्ज – कब तक चुप बैठे।
मैंने दर दर ठोकर खाई,
फिर याद तुम्हारी आई,
मैं मुंह से कुछ ना बोला,
बस आँखे भर भर आई,
गिरने से पहले,
आंसू लेता थाम है,
बाबा श्याम है वो,
बाबा श्याम है,
जहाँ दर्दें दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है।।
अब दुनिया कुछ भी बोले,
तेरे रहते हम ना डोले,
हो बीच भंवर में नैया,
कितने खाए हिचकोले,
नैया का माझी,
जब तू मेरा श्याम है,
बाबा श्याम है वो,
बाबा श्याम है,
जहाँ दर्दें दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है।।
एक तेरी बदौलत बाबा,
परिवार मेरा है पलता,
तेरे ही नाम से बाबा,
‘शैली’ का सिक्का चलता,
जितनी भी बची है,
सांसे अब तेरे नाम है,
बाबा श्याम है वो,
बाबा श्याम है,
जहाँ दर्दें दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है।।
जहाँ दर्दे दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है,
अरे कौन मिटाता दर्द,
क्या उसका नाम है,
बाबा श्याम है वो,
बाबा श्याम है,
जहाँ दर्दें दिल को,
मिल जाता आराम है,
कुछ और नहीं वो,
केवल खाटू धाम है।।
Singer / Writer – Vishal Shally