साथीडा रे सागे लालो,
दडीया रमन जावे,
गेंद उछल कर बालीनाथ की,
धुणी पर पड जावे,
गेंद लेवन ने बाबो ओ,
गेंद लेवन ने बाबो जावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
बालक ने धुणी पर देख्यो,
बालीनाथ घबराया,
भेरूडो थाने खा जावेला,
भाग अटा सु भाया,
रामदेव ने कुटीया मे छुपावे जी,
ओ भाया रामदेव ने कुटीया मे छुपावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
हा हा करतो राक्षस भेरू,
कुटीया ऊपर आयो,
कठे छुपायो मानसीया ने,
बालीनाथ बताओ,
बास मिनख री ओ,
बास मिनख री मने आवे,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
बारह बारह कोसा माई,
मिनख छोड्यो नाहीं,
भूख घनेरी लागी वेतो,
मने खाजा भाई,
बालीनाथ भेरू ने समझावे जी,
ओ भाया बालीनाथ भेरू ने समझावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
भूखा मरतो भेरू ढुंढन,
लागो कुटीया माई,
सुता सुता रामदेव जी,
गुदड़ी हिलाई,
भेरूडो कुटीया कानी ओ,
भेरूडो कुटीया कने जावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
गुदड़ी ने खेचन लागो,
भेरू जोर लगावे,
ज्यु खेचे ज्यु बढती जावे,
पार न उनरो पावे,
भेरूडो घबरावे जी,
ओ रामा भेरूडो घबरावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
खेंचत खेंचत हार गयो जद,
दौड गुदड़ी नाटो,
भेरूडा ने भेज पाताला,
ऊपर धर दीयो भाटो,
पापी रो अंत करायो जी,
ओ रामा पापी रो अंत करायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
भेरूडा रो भय मिटीयो जद ,
सारो जग हर्षायो,
उन जगह पर रामदेवजी,
रूनीचो बसायो,
थारी लीला रो बाबा ओ,
थारी लीला रो पार नही पायो,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818