तेरी भोली भोली शान बालाजी,
करगी हो जादू सा।।
तेरी जब त देखी,
जोत मन्नै नूरानी हो,
तेरा बाल रुप मन भागया,
बणी दिवानी हो,
दिया अज्ञानी तं ज्ञान बालाजी,
करगी हो जादू सा।।
जब पढुँ चालीसा जी करः,
पढ़ती जाऊँ मैं,
करुं राम धवनि का जाप,
अनोखी गाऊं मैं,
तेरी भक्ति या हनुमान,
करगी हो जादू सा।।
तेरा लयाई लंगोटा,
सोटा कर स्वीकार हो,
सवामणी का रोट मैं,
पवनकुमार हो,
इबके रखियो मान बालाजी,
करगी हो जादू सा।।
भक्ति करता कप्तान शर्मा,
गाम समाल मेंं,
बहार काढ़ यो फसया,
मोहजाल में,
सुरजभान वरदान बालाजी,
करगी हो जादू सा।।
तेरी भोली भोली शान बालाजी,
करगी हो जादू सा।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार खरक जाटान(रोहतक)
9992976579