मेरे बालाजी महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली,
जयकारा गूंजे गली गली,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
तर्ज – श्री गोवर्धन महाराज तेरे।
दरबार लगे प्यारा प्यारा,
तू है भक्तो का रखवाला,
तेरे चरणों में संसार,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
घट घट वासी अंतर्यामी,
बलवीर सकल जग के स्वामी,
श्री राम के पहरेदार,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
जब नाम कान से सुन पावे,
नहीं भूत पिशाच निकट आवे,
दे दे सोटो की मार,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
तुम ज्ञान वान बलधारी हो,
सदा दीन दुखी हितकारी हो,
शिव शंकर के अवतार,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
मेरे बालाजी महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली,
जयकारा गूंजे गली गली,
जयकारा गूंजे गली गली,
मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली।।
स्वर – सुरभि चतुर्वेदी।