होयो प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
रामैयरी ओलू आवे रे,
माने नीदड़ली सतावे,
मारो हियो हिलोणा खावे रे हा,
होयों प्रभात,
होयों प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
रमैयरी पायल बाजे रे,
मारी नींदडली उठ भागी,
अब चिड़िया शोर मचायो रे,
होयों प्रभात,
होयों प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
रट राम नाम की माला रे,
थारे घट का खुलजा ताला,
कुए पर माली बोलो रे,
होयों प्रभात,
होयों प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
उगा देवपुरी भगवाना रे,
ओ दीप करे मन माना,
मन अच्छा लागे गाना रे हा,
कत गवे भानीनाथ हां,
होयों प्रभात,
होयों प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
होयो प्रभात ढल आई मांजल रात,
सहेलियां सूती जागो ऐ हां,
होयों प्रभात,
मारी सुरता बेगी जागो ऐ हां,
होयों प्रभात।।
प्रेषक – सुभाष सारस्वा काकड़ा
9024909170