मेरे श्याम धणी मुझे तेरा,
दीदार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
तर्ज – अफसाना लिख रही हूँ।
तेरे दर से ना जाऊँगा,
आज ज़िद मैं कर बैठा,
छोटी सी विनती मेरी,
छोटी सी विनती मेरी,
जो स्वीकार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
इन अँखियों की प्यास बुझा दे,
दिखला दे मुखड़ा प्यारा,
दिखला दे मुखड़ा प्यारा,
अब थोड़ा तुझपे मेरा,
अब थोड़ा तुझपे मेरा,
भी अधिकार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
तू देव बड़ा ही दयालु,
कहता है जग सारा,
कहता है जग सारा,
बदनाम नाम ना तेरा,
बदनाम नाम ना तेरा,
कही सरकार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
‘रूबी रिधम’ पे मेहर तू करना,
मत अर्ज़ी ठुकराना,
मत अर्ज़ी ठुकराना,
हम पे भी इतनी कृपा,
हम पे भी इतनी कृपा,
गर दातार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
मेरे श्याम धणी मुझे तेरा,
दीदार हो जाए,
बस नज़र दया की बाबा,
इक बार हो जाए,
मेरे श्याम धणी मुझें तेरा।।
Writer / Upload – Ruby Garg (Ruby Ridham )
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