ये बाबोसा का प्यारा भक्त परिवार है,
जहाँ मंजू बाईसा का बरसता प्यार है,
इनके आँचल में ममता का भंडार है,
ये करती दुलार है, माँ जैसा प्यार है,
ये बाबोसा का प्यारा भक्त परीवार है।।
तर्ज – कब तक चुप बैठे।
हर भक्त बाबोसा का,
है बाईसा को प्यारा,
माँ बनकर के जिसने,
बच्चो का भाग्य संवारा,
इस जीवन नैया की जो खेवनहार है,
ये करती दुलार है, माँ जैसा प्यार है,
ये बाबोसा का प्यारा भक्त परीवार है।।
बच्चो की यही तम्मना,
माँ जियो हजारो साल,
तेरी महिमा सुनके माँ,
दिलबर हुआ निहाल,
शैलू नीलम की सुनती मैया पुकार है,
ये करती दुलार है, माँ जैसा प्यार है,
ये बाबोसा का प्यारा भक्त परीवार है।।
ये बाबोसा का प्यारा भक्त परिवार है,
जहाँ मंजू बाईसा का बरसता प्यार है,
इनके आँचल में ममता का भंडार है,
ये करती दुलार है, माँ जैसा प्यार है,
ये बाबोसा का प्यारा भक्त परीवार है।।
गायक – शेलेन्द्र नीलम मालवीया।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’
नागदा 9907023365