मोहे लागे प्यारो नाम,
राधा रानी को,
रानी को रानी को,
राधा रानी को,
प्यारो बरसानो गांव,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
राधा नाम बड़ो सुखदाई,
संतन ब्रजजन ने यही निधि पाई,
रसिकन ने गायो नाम,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
करे कृपा वृषभानु दुलारी,
सो आवे महलन की द्वारी,
पावे दर्शन अभिराम,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
मुख सो जो श्री राधा गावे,
श्यामा जु निज धाम बसावे,
कुंजन में बैठ ले नाम,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
कृपामयी करुणामयी प्यारी,
मोहन संग करवावे यारी,
मन ‘बावरो’ भयो गुलाम,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
मोहे लागे प्यारो नाम,
राधा रानी को,
रानी को रानी को,
राधा रानी को,
प्यारो बरसानो गांव,
राधा रानी को,
मोहे लागे प्यारों नाम,
राधा रानी को।।
स्वर – धीरज बावरा जी।