खम्मा रामापीर थाने,
खम्मा रामापीर,
जय हो रामापीर थाने,
जय हो रामापीर,
द्वारिका रूनीचा माई,
द्वारिका रूनीचा माई,
तेरा ही नूर है,
मेरे रामापीर का,
खजाना भरपूर है,
मेरें रामापीर का,
खजाना भरपूर है,
भरी उसकी झोली जो,
गया मजबूर है,
भरी उसकी झोली जो,
गया मजबूर है।।
किसी ने जब संतान है मांगी,
आंगन लाल खिलाया,
आंगन लाल खिलाया,
अंधे को दी सुख की आँखे,
गूंगे को बुलवाया,
गूंगे को बुलवाया,
कोढि को भी काया दीनी,
कोढि को भी काया दीनी,
दुख किया दूर है,
मेरें रामापीर का,
खजाना भरपूर है।।
बजवादी घर में शहनाई,
जीवन मेल मिलाया,
जीवन मेल मिलाया,
जिस घर में था दुख का अंधेरा,
सुख का दीप जलाया,
सुख का दीप जलाया,
आप अपने भगतो को,
आप अपने भगतो को,
करते मशहूर है,
मेरें रामापीर का,
खजाना भरपूर है।।
बांट रहा दिल खोल खजाना,
किस्मत वाला लुटे,
किस्मत वाला लुटे,
जिसने प्यार किया बाबा से,
उससे ये न छूटे,
उससे ये न छूटे,
‘श्याम’ केवे भगता ने,
श्याम केवे भगता ने,
गया नही रूनीचा तो,
तेरा ही कसूर है,
मेरें रामापीर का,
खजाना भरपूर है।।
खम्मा रामापीर थाने,
खम्मा रामापीर,
जय हो रामापीर थाने,
जय हो रामापीर,
द्वारिका रूनीचा माई,
द्वारिका रूनीचा माई,
तेरा ही नूर है,
मेरे रामापीर का,
खजाना भरपूर है,
मेरें रामापीर का,
खजाना भरपूर है,
भरी उसकी झोली जो,
गया मजबूर है,
भरी उसकी झोली जो,
गया मजबूर है।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818