मोहन मुझे है भा गई,
तेरे चरणों की चाकरी,
दुनिया ने ठुकराया,
तेरे दर पे आ पड़ी,
मोहन मुझे है भा गयी,
तेरे चरणों की चाकरी।।
बंसी की धुन पे नाच रहा,
ये जहान है,
दुनिया का कर्ता धर्ता प्रभु,
मेरा श्याम है,
तेरे ही दर से अब तो,
संवर जाए ज़िन्दगी,
मोहन मुझे है भा गयी,
तेरे चरणों की चाकरी।।
हर पल मुझे हे श्याम,
तेरे दर्शन की आस है,
मेरी ये ज़िन्दगी हे प्रभु,
तेरी दास है,
जब तक जियूं तेरे चरणों में,
लगाऊं मैं हाजरी,
मोहन मुझे है भा गयी,
तेरे चरणों की चाकरी।।
दुनिया के ग़म का मारा हुआ,
मैं हूँ मेरे प्रभु,
अपनी शरण में ले लो मुझे,
चरणों में रहूं,
तेरे नाम के सहारे,
संवर जाए ज़िन्दगी,
मोहन मुझे है भा गयी,
तेरे चरणों की चाकरी।।
मोहन मुझे है भा गई,
तेरे चरणों की चाकरी,
दुनिया ने ठुकराया,
तेरे दर पे आ पड़ी,
मोहन मुझे है भा गयी,
तेरे चरणों की चाकरी।।
Singer – Mukesh Kumar