श्याम कहानी,
सुनो रे श्याम कहानी,
कहता है जग सारा,
शीश का दानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
माँ अहिलावती के प्यारे,
भक्तों की आँख के तारे,
वो सूर्यवंश के दीपक,
पांडव कुल के उजियारे,
निर्बल के साथी की.
ये दुनिया दीवानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
शिव शक्ति को खुश कीन्हा,
बदले में वर ये लीन्हा,
हारे का साथ निभाऊं,
बालक ने वचन ये दीन्हा,
तीन बाण पाए जिनका,
कोई नहीं सानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
माँ की आज्ञा सिरधारी,
कर लीले क असवारी,
चल पड़ा समर भूमि को,
वो बर्बरीक बलकारी,
महाभारत जाके देखूं,
मन में ये ठानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
कान्हा ने खेल रचाया,
धर भेष विप्र का आया,
बालक की परीक्षा लीन्ही,
और शीश दान में पाया,
घर घर में तेरी पूजा,
होगी महादानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
नारायण की सब माया,
खाटू में धाम बसाया,
हारे के रखवारे ने,
दुनिया में नाम कमाया,
‘हर्ष’ सुनाये गाथा,
अपनी ज़ुबानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
श्याम कहानी,
सुनो रे श्याम कहानी,
कहता है जग सारा,
शीश का दानी,
श्याम कहानीं,
सुनो रे श्याम कहानी।।
Singer – Satyendra Asati