भक्तो चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे,
भारी लागे जी मेलों,
भारी लागे,
भगता चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे।।
चेत सुदी एकम ने मेलो,
भगता को वो लगे जी मेलो,
भेरू जी आवे गना नर नार,
मेलो वटे भारी लागे,
भारी लागे जी मेलों,
भारी लागे,
भगता चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे।।
कोई पैदल पैदल आवे,
कोई मोटर गाड़ी लावे,
भेरु जी आवे गना नर नार,
मेलो वटे भारी लागे,
भारी लागे जी मेलों,
भारी लागे,
भगता चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे।।
हितेश बंजारा भजन सुनावे,
रानी तू कोई चलतों आवे,
हो भेरूजी राखो मरोड़ी लाज,
मेलो वटे भारी लागे,
भारी लागे जी मेलों,
भारी लागे,
भगता चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे।।
भक्तो चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे,
भारी लागे जी मेलों,
भारी लागे,
भगता चालो सारगवा दरबार,
मेलो वटे भारी लागे।।
गायक / प्रेषक – हितेश बंजारा।
मो. 9664088023