मेरे मन में बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम,
मेरे मन को तो भाया बाबा श्याम है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
दुनिया के खेल निराले है,
नहीं मिलते यहाँ किनारे है,
मेरी नैया का माझी बाबा श्याम है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
जब जब दुनिया से हारा,
तब तब तुमको ही पुकारा,
तूने गिरते हुए को लिया थाम है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
कहते हारे का सहारा,
तू तो सबका पालनहारा,
हम सब प्रेमियों की तू ही तो पहचान है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
तेरी ज्योत मैं जलाऊं,
तुझको नित नित शीश नमाऊं,
बाबा ‘श्रष्टि’का ये जीवन तेरे नाम है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
मेरे मन में बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम,
मेरे मन को तो भाया बाबा श्याम है,
मेरी नज़रों में समाया मेरा श्याम है,
मेरे मन मे बाबा श्याम,
मेरे तन में बाबा श्याम।।
Singer & Lyrics – Shrishti Solanki