जागो जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
ओ बाल पणा री ओसता ओ,
नही नींदरा आवे रे,
अरे काल भुवे सिर ऊपरे ओ,
अण चितयो आवे,
जागों जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
अबे टेढी बाँधे पागड़ी रे,
नर छानिरखे ओ,
अरे दोय दिना रो पावणो रे,
नर जातो रेला,
जागों जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
अरे ऊजड खेत नहीं बावणो रे,
मत बिज गमावो रे,
अरे बीज गमले गाट रे,
नहीं हासल आवे रे,
जागों जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
अरे पर घर कई बेठणो रे,
मत मान गमावो रे,
अरे मान गमें आपणो रे,
कम हीण कहा वो रे,
जागों जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
गाव खंडेला साघडी रे,
खाती बगसो जी घावे वो,
अबे छोडा छोले प्रेम का वो,
बाणी अणबे घावे वो,
जागों जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
जागो जुगा रा जिवडा रे,
सुतोडा जागो,
सुतोडा जागो रे,
मन महीला ने मारो रे,
जागों जुगा रा।।
गायक – शंकर जी थांवला।
प्रेषक – कमलेश जांगिड़।
9414910004