जहाँ बजरंगी सरकार,
बाबा के दर आ जाना।
(तर्ज :- जब दिल न लगे दिलदार)
आ जाना, आ जाना,
आ जाना, आ जाना,
जहाँ बजरंगी सरकार,
बाबा के दर आ जाना।
पा जाना, पा जाना,
पा जाना, पा जाना,
पा जाना खुशियाँ अपार,
बाबा के दर आ जाना॥
जहाँ बजरंगी … आ जाना-4…
है सच्चा सालासर दरबार,
बाबा के दर आ जाना।
जब भरवाना हो भण्डार,
बाबा के दर आ जाना॥
आ जाना-4…
इन्द्र ने जब वज्र है चलाया,
बिगाड़ तुम्हारा कुछ भी न पाया।
शक्ति बाबा की तब देवोँ ने जानी,
बाबा बजरंग बली कहलाया॥
कोई पा सके ना तुम्हारा पार,
बाबा के दर आ जाना॥१॥
आ जाना-4…
करके सेवा बजरंग को मनाना,
घृत सिन्दूर सभी चढाना।
आयेँगे तुरन्त महावीर हनुमान,
तब ‘खेदड़’ बिगड़ी तुम बनाना।
कर देँगे वो नैया पार,
बाबा के दर आ जाना॥२॥
आ जाना-4…Bhajan By “PKhedar”