मैहर की माँ शारदे,
तेरा भजन करता हूँ,
अब कर दे कृपा मेरी माँ,
तुम्हारा ध्यान करता हूं।।
तर्ज – जीता था जिसके लिए।
मैया हो मेरी मै बेटा तुम्हारा,
मैं करता हूं ये कामना,
करता हूं ये कामना,
विनती यही है आया हूं दर पर,
रखना मेरी लाज मां,
रखना मेरी लाज मां,
मां दर्शन तो दो आकर,
मैं करूँ तेरी आराधना,
अब कर दे कृपा मेरी माँ,
तुम्हारा ध्यान करता हूं।।
कैसे करू तेरी भक्ति बताओ,
मां कैसे करू में ये विनती बताओ,
मैं आया तेरे द्वार मां,
मैं आया तेरे द्वार मां,
विनती करू क्या अज्ञानी हूं माता,
मेरी छोटी सी है याचना,
मेरी छोटी सी है याचना,
अभिलाषा है दर्शन की तेरे,
यही प्रार्थना,
अब कर दे कृपा मेरी माँ,
तुम्हारा ध्यान करता हूं।।
मैहर की माँ शारदे,
तेरा भजन करता हूँ,
अब कर दे कृपा मेरी माँ,
तुम्हारा ध्यान करता हूं।।
लेखक / प्रेषक – चन्द्र शेखर।
8818998326