अवतार है भक्ति का,
महिमा बड़ी न्यारी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
कहने को हजारो है,
दातार जमाने में,
पर राधा कृपा जग में,
लाखो पर भारी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
उम्मीदें चमन की अब,
चिंता ना फिकर कोई,
जब बागवान अपनी,
वृषभानु दुलारी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
जिस घड़ी हुए दर्शन,
उस पल के सदके मैं,
मन तृप्त हुआ जबसे,
ये छवि निहारी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
मेरा कर्म ‘शांत’ बोलूं,
या धन्य कहूं जीवन,
बरसाने में आ ठहरी,
जीवन की गाड़ी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
अवतार है भक्ति का,
महिमा बड़ी न्यारी है,
सोने पे सुहागा है,
श्यामा जू हमारी है।।
Singer – Anjul Das Ji Maharaj