रुक जा सांवरे थम जा सांवरे,
मैं भी तुम्हारे संग चलूंगी,
भक्ति का लेके रंग चलूंगी,
वृंदावन में तेरे संग चलूंगी,
रुक जा साँवरे थम जा साँवरे।।
कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया,
वृंदावन में रास रसिया,
मोहे अपने संग ले जा,
मैं बावरिया मैं बांसुरिया,
रुक जा साँवरे थम जा साँवरे।।
चोरी चोरी माखन चुरावे,
नटखट कान्हा मुझको सतावे,
पनघट से पानी लाऊं,
सांवरे तुझे रिझाऊं,
मेरी मटकी ना फोडो,
हमसे दिल तो कान्हा जोड़ो,
रुक जा सांवरे थम जा सांवरे,
रुक जा साँवरे थम जा साँवरे।।
गायक – हमसर हयात निज़ामी।
प्रेषक – मनोज शर्मा।
9425072274