सासरिया को गाँव बतादे,
सुसराजी को नाम बतादे,
आज सासरिये जाऊँलो,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
कुण मैया मारी करी सगाई,
कुण संग म्हाने परणाई,
ऊका हाथ का फलकाखाउँला,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
भाभीजी म्हाने तानो मारी,
जार लिया परणेडी थारी,
तुजार माजणो आवलो,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
आज कयाँ तो ले रियो हेरा,
थारो सासरो शहर पनेरा,
उँका हाथ का फलका खाँऊला,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
बोल हिया क पार निकलग्या,
ये मालुणी गैला पडग्या,
म छतरी सर मंडवाऊलो,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
सासरिया को गाँव बतादे,
सुसराजी को नाम बतादे,
आज सासरिये जाऊँलो,
भावजडी नर लार पदमनि,
पगल्या न दबवाउलो।।
प्रेषक – धरम चन्द नामा।
(नामा म्युजिक) 9887223296