जाने क्या जादू कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
बांके सांवरिया,
मेरे प्यारे सांवरिया,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
तर्ज – भक्तों को दर्शन दे गई रे।
जबसे सुनी है बैरन मुरलिया,
मन में बस गई तोरी सुरतिया,
बंसी बजा के किधर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
बैरन हो गई रातों की निंदिया,
भूल सकूँ ना मैं सांवरी सुरतिया,
घाव करेजवा में कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
तेरे दरश को जियरा तरसे,
नैना मोरा सावन ज्यूँ बरसे,
बरस बरस घर भर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
Bhajan Diary,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
‘ताराचंद’ कहे मत तरसाओ,
कृष्ण कन्हैया दरश दिखाओ,
काहे भूल बिसर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
जाने क्या जादू कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया,
बांके सांवरिया,
मेरे प्यारे सांवरिया,
जाने क्या जादु कर गयो रे,
ओ बांके सांवरिया।।
गायक – संजय पारीक जी।