हमारे है श्री गुरुदेव,
हमें किस बात की चिंता,
चरण में रख दिया जब माथ,
हमें किस बात की चिंता।।
ना खाने की ना पिने की,
ना मरने की ना जीने की,
मेरे स्वामी को रहती है,
मेरी हर बात की चिंता,
हमारे हैं श्री गुरुदेव,
हमें किस बात की चिंता,
चरण में रख दिया जब माथ,
हमें किस बात की चिंता।।
किया करते हो तुम दिन रात क्यों,
बिन बात की चिंता,
रहे हर स्वास में भगवन,
तेरे एक नाम की चिंता,
हमारे हैं श्री गुरुदेव,
हमें किस बात की चिंता,
चरण में रख दिया जब माथ,
हमें किस बात की चिंता।।
हुई इस दास पर किरपा,
बनाया दास प्रभु अपना,
उन्ही के हाथों में जब हाथ,
हमें किस बात की चिंता,
हमारे हैं श्री गुरुदेव,
हमें किस बात की चिंता,
चरण में रख दिया जब माथ,
हमें किस बात की चिंता।।
हमारे है श्री गुरुदेव,
हमें किस बात की चिंता,
चरण में रख दिया जब माथ,
हमें किस बात की चिंता।।
गुरुदेव तुम्हारी जय होवे,
गुरुदेव तुम्हारी जय होवे।।
स्वर – भैया श्री कृष्णदास जी।