लेकर तेरा नाम ओ बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ,
कौन सुनेगा मेरे मन की,
तुमको ही मैं सुनाता हूँ,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
क्या पूजा क्या पाठ है बाबा,
मुझको कोई ज्ञान नहीं,
कैसे मनाऊं कैसे रिझाऊं,
भक्ति भाव मुझे ध्यान नहीं,
तेरी किरपा पाने खातिर,
झोली रोज फैलाता हूँ,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
नरसी तारा मीरा तारी,
द्रोपदी करमा तार दिए,
गणिका अजामिल मित्र सुदामा,
इन सबके उद्धार किए,
तुम हो दया के सागर बाबा,
बून्द की आस लगाता हूँ,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
तेरे नाम की महिमा भारी,
सारे दोष मिटा देगी,
मुझ अधमी को मुझ कपटी को,
सच्ची राह दिखा देगी,
सुख हो चाहे दुःख हो बाबा,
साथ तुम्हारा चाहता हूँ,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
श्याम नज़र किरपा की करदो,
काम मेरा चल जाएगा,
जो ना सोचा जो ना चाहा,
वो सब भी मिल जाएगा,
मैं दीन तुम नाथ हो ‘गोविन्द’,
दर पे शीश झुकाता हूँ,
Bhajan Diary,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
लेकर तेरा नाम ओ बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ,
कौन सुनेगा मेरे मन की,
तुमको ही मैं सुनाता हूँ,
लेकर तेरा नाम ओं बाबा,
एक एक कदम बढ़ाता हूँ।।
स्वर – निशा गोविन्द शर्मा।