गर तू चाहे तो सांवरा,
मेरा काम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए।।
तर्ज – दिल दीवाने का।
जब संकट में घिरता हूँ,
मारा मारा फिरता हूँ,
फिर श्याम धनि से मिलकर,
फरियाद यही करता हूँ,
मेरे जनम जनम का साथी,
मेरा श्याम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए।।
मैं ढूंढा हर गलियों में,
दिलदार नहीं कोई ऐसा,
जो प्यार करे प्रेमी से,
मेरे श्याम धनि के जैसा,
तेरे नाम से मेरी सुबह,
और शाम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए।।
ये ‘सुरेश राजस्थानी’,
तुझे अपना हाल सुनाए,
है एक तमन्ना दिल में,
जो तुझको आज बताए,
तेरे हर भक्तो के घर में,
तेरा धाम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए।।
गर तू चाहे तो सांवरा,
मेरा काम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए,
ऐ श्याम तेरे भक्तों में,
मेरा नाम हो जाए।।
गायक – रामकुमार जी लख्खा।
Jay-Kay Radhe Krishna