तेरे भक्त करे मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार,
माँ दुर्गा भवानी,
हे जग कल्याणी,
दे दे दर्शन तू इक बार,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
आए पावन नवरात्रे माँ,
अम्बे रानी तुम हो कहाँ,
धूम मची है नाम की तेरे,
सज गया है मंडप तेरा माँ,
सजा सुन्दर तेरा दरबार,
आजा शेर पे होके सवार,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
माँ होकर अपने बच्चो को,
क्यों माँ इतना सताती हो,
आ भी जाओ आने में,
इतना क्यों देर लगाती हो,
सुनके बच्चो की करुण पुकार,
आजा शेर पे होके सवार,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
छोड़ के धरती ऊँचे पर्वत,
तूने बनाया क्यों डेरा,
शेरावाली हमको बता दे,
ये कैसा इंसाफ तेरा,
दिल मिलने को है बेकरार,
आजा शेर पे होके सवार,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
मोहनी सूरत देख तुम्हारी,
‘कुंदन’ जीवन जाए संवर,
प्यास बुझा दे इन अखियों की,
कर दे किरपा ‘संजय’ पर,
करे भक्त तेरा दीदार,
आजा शेर पे होके सवार,
Bhajan Diary,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
तेरे भक्त करे मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार,
माँ दुर्गा भवानी,
हे जग कल्याणी,
दे दे दर्शन तू इक बार,
तेरे भक्त करें मनुहार,
आजा शेर पे होके सवार।।
स्वर – संजय पारीक जी।