मेरी नैया ये डोलती,
इसे किनारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो।।
तर्ज – तेरी उम्मीद तेरा इंतजार।
क्या खता हो गई बता मुझको,
अब तो दे खुशियों का पता मुझको,
हुआ लाचार ना सता मुझको,
बोलते ना तो कमसे कम,
मुझे इशारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो।।
तुमसे माँगा तुम्ही से मांगेगे,
छोड़ तुझको कहीं ना जाएंगे,
दास का फर्ज तो निभाएंगे,
दास को सेठ की शरण में,
तुम गुजारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो।।
मेरी सच्चाई ना छुपी तुमसे,
ना सहन होती बेबसी हमसे,
रूठी लगती है जिन्दगी हमसे,
हारी ‘निर्मल’ की आँखों में,
तो अब उजाला दो,
Bhajan Diary,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो।।
मेरी नैया ये डोलती,
इसे किनारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो,
हारा मैं श्याम आके तुम,
मुझे सहारा दो।।
स्वर – सौरभ शर्मा जी।