आज राम मेरे घर आए,
मेरे राम मेरे घर आए,
नी मैं उंचिया भागा वाली,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
नी मैं राह विच नैन बिछावा,
नाल चन्दन तिलक लगावा,
नी मैं रज रज दर्शन पावा,
आज राम मेरे घर आये,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
वो जग दा पालनहारा,
नाल दुनिया दा रखवाला,
वो सबदे दुःख मिटाए,
आज राम मेरे घर आये,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
नी मैं जिंदडी कोल कुवांवा,
नाल चख चख बेर खवावा,
वो हस हस खान्दा जाए,
आज राम मेरे घर आये,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
नी मैं हृदय दा थाल बनावा,
नैना दी ज्योत जलावा,
नी मैं आरति आप ही गावा,
आज राम मेरे घर आये,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
आज राम मेरे घर आए,
मेरे राम मेरे घर आए,
नी मैं उंचिया भागा वाली,
मेरी कुटिया दे भाग जगाए,
आज राम मेरे घर आये।।
स्वर – श्री अनिल हंसलास भैया जी।
प्रेषक – पं. अंकित कृष्ण शास्त्री।
https://youtu.be/OP2hWhCHrQk