दीपो से सजे घर द्वार,
दीपावली आई है हाँ आई है,
खुशियो की सौगात लाई है,
मनभावन त्यौहार,
आया सुखदाई है सुखदाई है,
रोशनी घर घर में छाई है।।
सदियों पुराना पर्व ये सुहाना,
दीपो उत्सव कहाया है,
प्रेम की ज्योति हमने जलाकर,
अंधकार मिटाया है,
जग में निराला है ये पर्व अपना,
रोशन किया है जिसने घर अपना,
दुनिया ये रोशनी में नहाई है,
दीपो से सजे घर द्वार।।
सत्य की होती जीत हमेशा,
हार से हम न हारेंगे,
फिर से लौटके आयेगी खुशियां,
प्रभु ही हमको तारेगे,
महक उठेगा ये फिर से चमन,
सारे जहाँ में होगा चेनो अमन,
आशा की ज्योति हमने जगाई है,
दीपो से सजे घर द्वार।।
दीपो से सजे घर द्वार,
दीपावली आई है हाँ आई है,
खुशियो की सौगात लाई है,
मनभावन त्यौहार,
आया सुखदाई है सुखदाई है,
रोशनी घर घर में छाई है।।
गायक – राजीव विजयवर्गीय।
प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन 9907023365