हार नही होगी,
हार नही होगी,
बाबोसा मेरे दिल की प्रार्थना,
बेकार नही होगी,
हार नही होगी।।
तर्ज – मैं ना भूलूंगा।
दुखो का पहरा है,
गमो ने घेरा है,
बाबोसा एक तेरा,
मुझे सहारा है,
आ जाओ में तुझको पुकारूँ,
तू जल्दी आ जा,
तेरे सिवा इस जग की मुझको,
दरकार नही होगी,
हार नही होगी।।
तेरे ही साये में,
उमर कट जाये मेरी,
मैं अंतिम सांस तक,
करू बंदगी तेरी,
मेरी इस जीवन नैया का,
तू माझी बन जा,
तेरे बिना ये भवसागर से,
पार नही होगी,
हार नही होगी।।
हार नही होगी,
हार नही होगी,
बाबोसा मेरे दिल की प्रार्थना,
बेकार नही होगी,
हार नही होगी।।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर।
9907023365