तुमको हमारी सौगंध,
तुमको मेरी दुहाई,
रखना तुम्हारी कैद में,
देना नही रिहाई,
तुमको हमारी सौगन्ध,
तुमको मेरी दुहाई।।
तर्ज – चूड़ी मजा ना देगी
तुम हो ऐ बंसी वाले,
टुकड़े मेरे जिगर के,
तुम हो खाटु वाले,
तारे मेरी नजर के,
तस्वीर तेरी दिल में,
अरमान से सजाई,
तुमको हमारी सौगन्ध,
तुमको मेरी दुहाई।।
तेरे बगैर मोहन,
कुछ भी नहीं सुहाता,
जब तक ना मैं देखूं,
दिल को चैन ना मिलता,
सह ना सकूँगा मोहन,
पल भर तेरी जुदाई,
तुमको हमारी सौगन्ध,
तुमको मेरी दुहाई।।
इक दिन हमारे घर में,
मेहमान बन के आजा,
मैं हूँ दास तेरा,
भगवन बन के आजा,
हमने दिल की बाते,
सारी तुम्हे बताई,
तुमको हमारी सौगन्ध,
तुमको मेरी दुहाई।।
तुमको हमारी सौगंध,
तुमको मेरी दुहाई,
रखना तुम्हारी कैद में,
देना नही रिहाई,
तुमको हमारी सौगंध,
तुमको मेरी दुहाई।।