तेरे ही भरोसे मेरा,
चलता गुजारा,
रहूं तेरी शरण,
गाऊं तेरे ही भजन,
मेरे सांवरिया सांवरिया,
तेरे ही भरोसें मेरा,
चलता गुजारा।।
तर्ज – कौन दिशा में लेके।
जब जब भी हम निकले है घर से,
लेकर तेरा नाम हो,
मेरे सारे काम बने है,
जब भी पुकारा तेरा नाम हो,
क्या ना किया है,
सब कुछ दिया है,
तेरा बहुत उपकार हो,
तेरे ही भरोसें मेरा,
चलता गुजारा।।
तेरे दर पर आकर बाबा,
भूलूँ सारी बातें हो,
जब भी तेरा प्रेमी मिलता,
होती तेरी बात हो,
बाल ना बांका होता उसका,
जिस पर तेरा हाथ हो,
तेरे ही भरोसें मेरा,
चलता गुजारा।।
शाम सवेरे खाटू वाले,
जपता मैं तेरा नाम हो,
हर ग्यारस को दर्शन करने,
आऊं तेरे धाम हो,
‘आकाश परिचय’ की ये अर्ज़ी,
चरणों में निकले प्राण हो,
तेरे ही भरोसें मेरा,
चलता गुजारा।।
तेरे ही भरोसे मेरा,
चलता गुजारा,
रहूं तेरी शरण,
गाऊं तेरे ही भजन,
मेरे सांवरिया सांवरिया,
तेरे ही भरोसें मेरा,
चलता गुजारा।।
Singer / Writer – Akash Parichay
https://youtu.be/4R5j8D-9tF4