हमारे गुरु सब विधि पूरण काम,
सब बिधि पूरण काम हमारे गुरु।।
चार पदारथ देत दयानिधि,
दानी दंपति नाम,
हमारे गुरु सब विधि पुरण काम।।
रसिकन को दे प्रेम सुधारस,
निज वृंदावन धाम,
हमारे गुरु सब विधि पूरण काम।।
सरस माधुरी कृपा गुरुन की,
दरसे श्यामा श्याम,
हमारे गुरु सब विधि पूरण काम।।
हमारे गुरु सब विधि पूरण काम,
सब बिधि पूरण काम हमारे गुरु।।
प्रेषक – दयाशंकर शर्मा अजाण
9529295695