तेरे चरणों में आके गुरुवर,
दोहा – रोम रोम में राम है,
राम नाम आधार,
राम रटन जब मैं लगा,
और रटन बेकार।
तेरे चरणों में आके गुरुवर,
जिंदगी क्या से क्या हो गयी है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
तेरी भगति का दीपक जलाया,
मैंने मंदिर में तुमको बसाया,
बन रहे है सभी काम मेरे,
जब से तेरी कृपा हो चली है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
कोई चिंता नही जिंदगी में,
जबसे तरी शरण में गये है,
होते होते रहे तेरे दर्शन,
बस यही कामना हो चली है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
तेरे चरणो में आके गुरुवर,
जिंदगी क्या से क्या हो गयी है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
गायक / प्रेषक – अशोक जांगिड़।
सवाई माधोपुर राजस्थान।
मोबाइल – 9828123517