बाबा तू परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते,
आकर के भरोसा दे दे,
दे दे डर कैसा मेरे रहते,
तू ही गर मुंह फेर ले तो,
किस से कहूं ये भी कह दे,
बाबा तु परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते।।
तर्ज – ओय राजू प्यार ना।
मैंने सारा जीवन तेरा,
ही गुणगान किया है,
आई मुसीबत तब भी मैंने,
तेरा नाम लिया है,
पर अब ना मैं सेह पाऊंगा,
आकर ये तू सुनले,
बाबा तु परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते।।
जो सबको सुख देने वाला,
मुझसे क्यों है रूठा,
या फिर कह दे तेरा मेरा,
रिश्ता ही है झूठा,
गर मैंने की प्रीत है सच्ची,
तो दुःख मेरे मेट दे,
बाबा तु परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते।।
जितनी साँसे बची है मेरी,
तेरे दर पे गुज़रे,
ये जीवन तो गया निखर है,
पर भव भी तो सुधरे,
‘राजू’ ने बस प्रेम है माँगा,
हाथ तेरा अब फेर दे,
बाबा तु परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते।।
बाबा तू परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते,
आकर के भरोसा दे दे,
दे दे डर कैसा मेरे रहते,
तू ही गर मुंह फेर ले तो,
किस से कहूं ये भी कह दे,
बाबा तु परीक्षा मत ले,
मत ले मैं थक गया देते।।
Singer & Writer – Rajendra Agrawal Dei