कर्फ्यू लग जायेगा,
भीड़ लगी भारी खाटू में,
के करवावेगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
बहुत दिनों ते बाबा,
याद तेरी आवे थी,
खाटू की सुनी सुनी,
गलियाँ बुलावे थी,
किसने सोचा था बाबा,
तू न्यू तरसवेगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
नैनो से वार करे,
कर दे तू घायल,
देख ले छवि जो प्यारे,
हो जाए वो पागल,
श्याम सलोनी सूरत का,
जादू चल जावेगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
खाक से उठा के बाबा,
फलक पे बिठाया है,
इसीलिए भक्तो के तू,
दिल में समाया है,
प्यार भरा जब हाथ मेरे,
सर पे फेरावेगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
लड़खड़ा ना जाऊँ बाबा,
देना सहारा,
शरण में लगालो मैं हूँ,
बालक तुम्हारा,
‘मोहन कौशिक’ हर हारे को,
श्याम जिताएगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
कर्फ्यू लग जायेगा,
भीड़ लगी भारी खाटू में,
के करवावेगा,
ओ सांवरे कर्फ्यू लग जाएगा।।
Singer & Lyrics – Mohan Kaushik