धोले घोड़े की असवारी,
सै लीला तेरा बाणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
शेरशाह सूरी मार्ग चलै जित,
खास जिला करनाल लगै,
हरियाणा हर की भूमि जित,
जगत जाल जंजाल लगै,
कर्ण का राज होया करता,
यारी का फर्ज निभाणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
गुरुवार जब जब आवै,
हर आकै माथा टेकै सै,
कौण भगत श्रद्धा तै आया,
तुं मन की भाषा देखै सै,
पांच अगरबत्ती चढ़ती लाड्डू,
खील पतासे खाणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
पीरों में है पीर महाबली,
तेरी शक्ति का ओड़ नहीं,
जो भी घमंड करै मन मैं,
तूं चालण देवै मरोड़ नहीं,
सच्चा आशीर्वाद लेण नै,
नंगे पैरां आणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
कृष्ण जुएं आले नै तूं,
बुलवा लिए मजार पै,
नीलम दहिया नजर दया की,
तूं राखै सै संसार पै,
सबतै बड़ी खुशी सै प्रेम तै,
भगत की ओर लखाणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
धोले घोड़े की असवारी,
सै लीला तेरा बाणा हो,
हजरत पीर इलाही पक्के,
पुल पै तेरा ठिकाणा हो।।
गायक / प्रेषक – कृष्ण जुआं वाले & जागरण पार्टी
9813297388