खाटू में बैठा बाबा श्याम,
स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम,
हारे का साथी ये यारों का यार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार।।
तर्ज – जिसका मुझे था इंतजार।
तेरे मंदिर की छटा निराली,
कोई भी जाए ना दर से खाली,
सच्चे मन से जो कोई ध्याये,
मन की मुरादें पल में पाए,
ग्यारस का तूने दरबार सजाया है,
भक्तों को अपने दर पे बुलाया है,
हारे का साथी ये यारों का यार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार।।
मोरवी नंदन तू कहलाया,
बर्बरीक का रूप लेके लाया,
तीन बाणो से है शक्तिशाली,
इनसा ना जग में कोई महादानी,
शीश का दान देके वचन निभाया है,
कलयुग में कृष्ण रूप बनके ये आया है,
हारे का साथी ये यारों का यार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार।।
खाटू में बैठा बाबा श्याम,
स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम,
हारे का साथी ये यारों का यार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार,
मेरे श्याम धणी की वहां सरकार।।
Singer – Megha Parsai