दूल्हा बना है भोला,
उज्जैन की नगरी में।।
दोहा – उज्जैन की हर गली गली,
दुल्हन की तरह से सजती है,
और भोले के दरबार में महफिल,
भक्त जनो की लगती है।
ऐ दुनिया वालो आओ,
उज्जैन की नगरी में,
ऐ दुनिया वालो आओ,
उज्जैन की नगरी में,
खुशियों की लहर दौड़ी,
हर एक गली गली में,
और झूम झूम के सब,
ये कहते है मस्ती में,
दूल्हा बने है बाबा,
उज्जैन की नगरी में।।
दीवानों आओ देखो,
क्या धूम मच रही है,
बाबा की आज शादी,
किस तरह रच रही है,
और देखो इस खुशी में,
शहनाई बज रही है,
दूल्हा बने है बाबा,
उज्जैन की नगरी में।।
वो देखो देवी देवता,
स्वर्ग से आ रहे है,
स्वर्ग से फूल लाकर,
सेहरा सजा रहे है,
भूतों की टोली लेके,
बारात ला रहे है,
दूल्हा बने है बाबा,
उज्जैन की नगरी में।।
क्या खूब जच रही है,
शिव गौरा की ये जोड़ी,
गौरा की आस अधूरी,
हो गई है आज पूरी,
खुश हो के देखो नंदी,
ये कहते है मस्ती में,
दूल्हा बने है बाबा,
उज्जैन की नगरी में।।
ऐ दुनिया वालो आओ,
उज्जैन की नगरी में,
ऐ दुनिया वालो आओ,
उज्जैन की नगरी में,
खुशियों की लहर दौड़ी,
हर के गली गली में,
और झूम झूम के सब,
ये कहते है मस्ती में,
दूल्हा बना है भोला,
उज्जैन की नगरी में।।
Singer – Gajendra Pratap Singh