राम रमैया कृष्ण कन्हैया,
भजले राम रमैया,
कृष्ण कन्हैया,
भजले राम रमैया,
भजले कृष्ण कन्हैया,
पार लगे तेरी नैया,
भजले राम रमैया।।
जाने अंजाने रस्ते यहा के,
तुझको भुलाने वाले,
भूल भी जाए तू रस्ता,
अगर तो है राम बताने वाले,
भजले कृष्णा कन्हैया,
राम सुमीर मेरे भैया,
भजले राम रमैया।।
एक तुम्हारे राम सहारे,
यह जीवन की डोरी,
तू चाहे तो पार लगेगी,
जीवन की यह मोरी,
भजले राम रमैया,
एक वोही रखवया,
भजले राम रमैया।।
नैन हमारे श्याम तुम्हारे,
रूप मे खोए खोए,
ऐसे प्रीत जागी मन माला,
तेरो नाम पीरोए,
भजले कृष्ण कन्हैया,
मनोहर बंसी बजाईया,
भजले राम रमैया।।
राम रमैया कृष्ण कन्हैया,
भजले राम रमैया,
कृष्ण कन्हैया,
भजले राम रमैया,
भजले कृष्ण कन्हैया,
पार लगे तेरी नैया,
भजले राम रमैया।।
प्रेषक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।