रूपादे राणी जमला में पधारो ये,
पोल्या मे खड़ा पहरेदार,
माला दे कि रानी जमला में पधारो ये।।
पहला जुगा में राजा पहलाद आया रे,
राणी रतना दे वाकी लार,
माला दे कि रानी जमला में पधारो ये।।
दुजा जुगा मे राजा हरिश्चंद्र आया रै,
राणी तारा दे वाकी लार,
माला दे कि रानी जमला में पधारो रे।।
तीजा जुगा राजा जेठल आया रे,
राणी दरोपत वाकी लार,
रूपादे राणी जमला में पधारो ये।।
चोथा जुगा मे राजा बलचंद आया रे,
राणी संध्यावत वाकी लार,
माला दे कि रानी जमला में पधारो यै।।
चारो जुगा रा मंगल राणी रूपादे गाया रै,
रावल माल दे वाकी लार,
उगम भाटी जी वाकी लार।।
रूपादे राणी जमला में पधारो ये,
पोल्या मे खड़ा पहरेदार,
माला दे कि रानी जमला में पधारो ये।।
गायक / प्रेषक – मनोहर परसोया।
9680146032
कविता साउँण्ड किशनगढ़।