अंजनी के लाल हो तुम,
भक्त हो सियाराम के,
ऐसे हो तुम दाता दयालु,
जग के पालन हार हो,
अंजनी के लाल हों तुम,
भक्त हो सियाराम के।।
जागते सोते कभी भी,
मै तुम्हे भूलू नही,
जागते सोते कभी भी,
मै तुम्हे भूलू नही,
निशदिन हम तुमको ही ध्याये,
ऐ मेरे बजरंगबली,
अंजनी के लाल हो तुम,
भक्त हो सियाराम के।।
भर रहा धन धान से तू,
सबके ही परिवार को,
भर रहा धन धान से तू,
सबके ही परिवार को,
एक तुम थकते नहीं हो,
ऐसी तुम सरकार हो,
अंजनी के लाल हो तूम,
भक्त हो सियाराम के।।
जप रहे तेरा नाम पंछी,
गीत गाती है पवन,
जप रहे तेरा नाम पंछी,
गीत गाती है पवन,
रंग रहे रंगो से जग को,
ऐसे रचना कार हो,
अंजनी के लाल हो तूम,
भक्त हो सियाराम के।।
जिंदगी की नांव मैने,
सौंप दी तेरे हाथ में,
जिंदगी की नांव मैने,
सौंप दी तेरे हाथ में,
तुम डुबाओ या तिरावो,
तुम ही केवट हार हो,
अंजनी के लाल हों तुम,
भक्त हो सियाराम के।।