तेरी पायल बाजे माँ,
जब छमछम छमछम छमछम,
बादल गरजे मेघा बरसे,
बिजली ही छम छम छम छम।।
हंस चाल मृग नैन तुम्हारे,
चंद्र बदन अति सोहे माँ,
माथे पे बिंदिया बिजली सी माँ,
दमक रही दम दम।।
काली घटा सभी काले हैं,
केश तुम्हारे माँ जगदम्बे,
स्वर्ण मुकुट पर मालिक माँ,
जू चमक रहे चम चम।।
कनक वदन पर लाल चुनरिया,
गगन में चमके जैसे बिजुरिया,
नाच रहे सुर नर किन्नर,
तेरो रूप निरख अनुपम।।
कर में तेरे शस्त्र शुशोभित,
होते हैं माँ शेरावाली,
तेरी सेवा में रहते हैं,
राजेन्द्र माँ हर दम।।
तेरी पायल बाजे माँ,
जब छमछम छमछम छमछम,
बादल गरजे मेघा बरसे,
बिजली ही छम छम छम छम।।
गीतकार / गायक-राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
8839262340