बांके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे,
भक्तन के रखपाल,
तेरी जय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
चारों वेद तेरा जस गावे,
नेती नेती सदा पुकारे,
फिर भी ना पावे पार,
तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
दुःख संकट के तुम रखवारे,
भक्तन की आँखों के तारे,
दूर करो अंधकार,
तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
हम दुखियारे द्वार तिहारे,
रेन दिना यह विनय पुकारे,
करे भव सागर से पार,
तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
हम पागल है दुनिया वाले,
स्वार्थ के है सब मतवाले,
अब तो आकर थाम,
तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
बांके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे,
भक्तन के रखपाल,
तेरी जय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे,
बाँके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे।।
स्वर – श्री मृदुल कृष्ण जी शास्त्री।