जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो,
तेरे हाथों में,
सदा हमारा हाथ हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
तर्ज – कब तक चुप।
जबसे इस दिल में तेरी,
चाहत ने डेरा डाला,
जीवन खुशियों से महका,
सब दूर हुआ अँधियारा,
यूँ ही तेरी किरपा की,
नित बरसात हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
सिर पे तूफान खड़ा हो,
कितनी भी डोले नैया,
डरती हूँ नहीं मैं क्योकि,
मेरे साथ में रहे कन्हैया,
तो है क्या चिंता,
कैसे भी हालात हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
ये भंवर डूबा दे मुझको,
तूफान ये मुझे उड़ा दे,
औकात नहीं गर कोई,
आकर के हमें डरा दे,
तू संग है जिसके,
कभी ना उसकी मात हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
‘बेधड़क’ सदा रहती हूँ,
चिंता ना फिकर सताए,
तेरा हाथ कृपा का जबतक,
दुश्मन कोई पास ना आए,
डर मुझे नहीं कितनी भी,
बिछी बिसात हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
Bhajan Diary Lyrics,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो,
तेरे हाथों में,
सदा हमारा हाथ हो,
बस तेरा साथ हो,
तेरा साथ हो,
जब भी हो कोईं,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पर,
सिर मेरा दिन रात हो।।
Singer – Ekta Sarraf