ऐ श्याम मैं हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो,
करूणानिधि कहलाते हो,
मुझपे भी कृपा कर दो,
ऐ श्याम मै हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो।।
तर्ज – होंठों से छू लो।
दुनिया ने सताया है,
अपनों ने रुलाया है,
तक़दीर का मारा हूँ,
अब दर तेरा पाया है,
तुम ना मुझे ठुकराना,
चाहे प्राण मेरे ले लो,
करूणानिधि कहलाते हो,
मुझपे भी कृपा कर दो,
ऐ श्याम मै हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो।।
अब हार गया मोहन,
दुखडो ने घेरा है,
नहीं मेरा कोई तुम बिन,
चहुँ ओर अँधेरा है,
ज्योतिमय नैनो से,
मेरी ओर जरा देखो,
करूणानिधि कहलाते हो,
मुझपे भी कृपा कर दो,
ऐ श्याम मै हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो।।
‘शशि’ रुख तेरी ओर किया,
दुनिया को छोड़ दिया,
अब आकर थाम मुझे,
नाता तुझसे जोड़ लिया,
उपकार तेरा भगवन,
मुझ पर भी जरा कर दो,
Bhajan Diary Lyrics,
करूणानिधि कहलाते हो,
मुझपे भी कृपा कर दो,
ऐ श्याम मै हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो।।
ऐ श्याम मैं हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो,
करूणानिधि कहलाते हो,
मुझपे भी कृपा कर दो,
ऐ श्याम मै हार गया,
मुझे अपनी शरण ले लो।।
Singer – Aman Mishra