कर दो हम पर मेहरबानी,
दोहा – दानी तुम हो याचक हम है,
जो तुम संग हो तो क्या ग़म है।
लाज मेरी तुमको बचानी,
कर दो हम पर मेहरबानी,
खाटू वाले शीश के दानी।।
कष्ट सबके मिटाते हो,
सबकी बिगड़ बनाते हो,
हार होने लगे जिसकी,
उसे पल में जिताते हो,
सारी दुनिया तुमको मानी,
खाटू वाले शीश के दानी,
कर दो हम पर महरबानी,
खाटू वाले शीश के दानी।।
हुआ मैं तेरा दीवाना,
दीवाना दीवाना,
कभी मुझको ना ठुकराना,
ना ठुकराना,
ज़माना आज देखेगा,
क्या होता है याराना,
ओ याराना ओ याराना,
तेरी मेरी प्रीत पुरानी,
खाटू वाले शीश के दानी
कर दो हम पर महरबानी,
खाटू वाले शीश के दानी।।
ज़िन्दगी में सबकी,
खुशहाली भर दो,
राते सब ‘कुशाल’ की,
दिवाली कर दो,
दिवाली कर दो दिवाली कर दो,
तुमसे बड़ा ना कोई दानी,
खाटू वाले शीश के दानी
कर दो हम पर महरबानी,
खाटू वाले शीश के दानी।।
लाज मेरी तुमको बचानी,
कर दो हम पर महरबानी,
खाटू वाले शीश के दानी।।
Singer / Writer – Kushal Singh Rathore